ATM Update 2025 : बैंकिंग क्षेत्र में जल्द ही एक बड़ा बदलाव आने वाला है, जिससे ATM से पैसे निकालने का खर्च बढ़ सकता है बैंक एटीएम शुल्क में बढ़ोतरी की योजना बना रहे हैं, जिससे ग्राहकों को अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है यह बदलाव खासतौर पर उन लोगों को प्रभावित करेगा, जो बार-बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं।
ATM निकासी शुल्क में बढ़ोतरी
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ATM ट्रांजैक्शन शुल्क में संशोधन का प्रस्ताव रखा है।
🔹 वर्तमान नियम: हर महीने पहले पांच ट्रांजैक्शन मुफ्त होते हैं इसके बाद प्रति लेनदेन 21 रुपये का शुल्क लगता है।
🔹 नया प्रस्ताव: शुल्क को बढ़ाकर 22 रुपये किया जा सकता है, जिससे ग्राहकों को ज्यादा भुगतान करना होगा।
इंटरचेंज शुल्क में बदलाव
NPCI ने ATM इंटरचेंज शुल्क में भी संशोधन की सिफारिश की है
✔ कैश ट्रांजैक्शन के लिए: शुल्क 17 रुपये से बढ़ाकर 19 रुपये किया जा सकता है।
✔ नॉन-कैश ट्रांजैक्शन के लिए: शुल्क 6 रुपये से बढ़ाकर 7 रुपये करने का प्रस्ताव है।
इंटरचेंज शुल्क का महत्व
इंटरचेंज शुल्क तब लागू होता है, जब कोई ग्राहक अपने बैंक के अलावा किसी अन्य बैंक के एटीएम से पैसे निकालता है उस स्थिति में, एटीएम स्वामी बैंक ग्राहक के बैंक से यह शुल्क वसूलता है।
इस बदलाव से—
✔ बैंकिंग सेवाओं का खर्च बढ़ सकता है।
✔ बाहरी बैंकों के एटीएम से पैसे निकालना महंगा हो जाएगा।
ग्राहकों पर असर
ATM शुल्क में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा, जो महीने में बार-बार नकद निकासी करते है खासतौर पर वे ग्राहक, जो
🔹 मुफ्त लेनदेन की सीमा पार कर जाते हैं।
🔹 अपने बैंक के बजाय अन्य बैंकों के एटीएम का अधिक उपयोग करते हैं।
बचत के आसान तरीके
ATM निकासी शुल्क से बचने के लिए आप कुछ स्मार्ट तरीके अपना सकते हैं
✔ अपने बैंक के एटीएम का उपयोग करें: इससे इंटरचेंज शुल्क से बचा जा सकता है।
✔ डिजिटल भुगतान अपनाएं: ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, UPI और नेट बैंकिंग का अधिक उपयोग करें।
✔ बड़े अमाउंट की निकासी करें: बार-बार पैसे निकालने की बजाय, एक बार में ज्यादा राशि निकालें।
✔ मुफ्त ट्रांजैक्शन की सीमा का ध्यान रखें: फ्री लेनदेन खत्म होने के बाद निकासी करने से बचें।
आरबीआई का रुख और भविष्य की योजनाएं
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है और जल्द ही अंतिम निर्णय की घोषणा कर सकता है।
✔ इस बदलाव का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को और अधिक आधुनिक और कुशल बनाना है।
✔ ग्राहकों को कम नकदी लेनदेन की ओर प्रोत्साहित करना, जिससे डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा मिले।
महत्वपूर्ण सूचना
यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है दी गई जानकारी NPCI और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है अंतिम शुल्क और नियम RBI की अधिसूचना के अनुसार बदल सकते है सटीक जानकारी के लिए अपने बैंक से संपर्क करें या RBI की आधिकारिक वेबसाइट देखें।